मुख्यमंत्री ने 785 करोड़ लागत के विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमि-पूजन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मंदसौर और नीमच जिले के हर खेत को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश को दी गई दो बड़ी राष्ट्रीय नदी जोड़ों परियोजना से पूरा मालवा क्षेत्र भी लाभान्वित होगा। किसानों को सोलर पम्प देकर उन्हें बिजली बिल से मुक्ति दिलाई जायेगी। किसान अब खुद सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन करेंगे। अधिक बिजली उत्पादन होने की स्थिति में किसानों से सरकार बिजली भी खरीदेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को नीमच जिले के जावद में महर्षि सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण कर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 785 करोड़ रूपये की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। साथ ही मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किये।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जावद में बने महर्षि सांदीपनि विद्यालय का भवन बहुत ही अद्भुत और सर्व सुविधा युक्त हैं। सांदीपनि विद्यालय परियोजना मध्यप्रदेश शासन की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जो गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को भी विश्व-स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रधानमंत्री श्री मोदी के विज़न के साथ प्रारंभ की गई है। सांदीपनि विद्यालयों में सर्व संसाधन युक्त अधोसंरचना विकसित की गई है। इस विद्यालय में 1 कि.मी. से 15 कि.मी. दूरी से आने वाले बच्चों के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विषयवार शिक्षकों के साथ-साथ संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक, कम्प्यूटर शिक्षक, खेल शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, कॅरियर काउंसलर आदि भी नियुक्त किये गये है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड यूनिट मोरवन, का भूमि-पूजन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड का भूमि-पूजन किया। इस परियोजना से नीमच को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह परियोजना 31 हेक्टेयर क्षेत्र में 350 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित की जाएगी, जिससे लगभग 2000 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। यह इकाई “फार्म टू फैशन” की अवधारणा को रूप देगी, जिसमें कच्चे माल की खरीद किसानों से लेकर फिनिश्ड फैब्रिक तक की संपूर्ण प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर संपन्न होगी। यह एक पूर्णतः एकीकृत टेक्सटाइल पार्क होगा, जिसमें 168 आधुनिक लूम्स, 30,000 स्पिंडल्स और तीन प्रोसेसिंग हाउस स्थापित किए जाएंगे। नीमच अब टेक्सटाइल क्षेत्र में नया इतिहास लिखने को तैयार है, जो मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर भारत के सपने की ओर अग्रसर करेगा।”

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