मुख्यमंत्री ने एक पेड़ लाड़ली लक्ष्मी के नाम अभियान में स्टेट हैंगर में लगाए पौधे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश की सभी बेटियों, बहनों और माताओं के कल्याण के लिए हमारी सरकार हमेशा आगे रही है। बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देने और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए हमारी तत्कालीन सरकार ने मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना तैयार कर 1 अप्रैल 2007 से लागू की थी। यह योजना बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देने और प्रदेश के जेंडर रेश्यो में उत्तरोत्तर सुधार के लिए विश्व की एक अद्भुत योजना है। इसमें बेटियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई और उनका विवाह होने तक भी सरकार द्वारा अभिभावकों को आर्थिक सहायता दी जाती हैं। ताकि बेटियों को कोई भी माता-पिता खुद पर बोझ न माने, बेटियों की पढ़ाई-लिखाई की चिंता से मुक्त रहें और सिर्फ उनके सुनहरे भविष्य के निर्माण में ही अग्रसर रहें। इस योजना को आशातीत प्रतिसाद मिलने से प्रदेश में जेंडर रेश्यो में बढ़ोतरी हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को लाड़ली लक्ष्मी योजना दिवस (2 मई) के अवसर पर स्टेट हैंगर परिसर में पौध-रोपण के पश्चात लाड़ली लक्ष्मियों को संबोधित कर रहे थे।

बेटियां ही हैं हमारी महालक्ष्मी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान के तहत भोपाल जिले की 25 से अधिक लाड़ली लक्ष्मियों के साथ आम, आंवला, संतरे और नींबू के पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि बेटियां ही हमारी महालक्ष्मी हैं, अष्टलक्ष्मी हैं और हमारी भारतीय संस्कृति में लक्ष्मी को सदैव ही पूजा जाता है। बेटियों से ही हमारे घरों में रौनक है। यह अभियान हमें अपनी बच्चियों का भविष्य संवारने के लिए संकल्पित होने की प्रेरणा देता है। प्रदेश के हर माता-पिता को अपनी बेटियों के नाम एक-एक पौधा जरूर लगाना चाहिए और उस पौधे का अपनी संतान की तरह ही पालन पोषण करना चाहिए। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रारंभ से अब तक 50 लाख 45 हजार से अधिक लाडली लक्ष्मियों का पंजीयन किया जा चुका है। कार्यक्रम में आईं सभी लाड़ली लक्ष्मियों ने फूल देकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया और उनके साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लाड़ली लक्ष्मियों को दुलार किया, मेहनत से पढ़ाई करने की मनुहार की और बच्चियों के साथ समूह चित्र भी खिंचवाये।

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