“रूसी तेल नहीं खरीदना तो न खरीदें, भारत किसी को मजबूर नहीं करता”: जयशंकर ने अमेरिका के आरोपों पर दिया तीखा जवाब

विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों पर खुलकर बात की। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड को लेकर कोई ‘कट्टी’ नहीं हुई है, यानी कोई झगड़ा नहीं है। उन्होंने साफ-साफ कहा कि भारत हमेशा अपने किसानों और छोटे व्यापारियों का ख्याल रखकर ही कोई फैसला लेता है।

रूसी तेल खरीदने के मामले पर, जयशंकर ने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा कि भारत वही करेगा जो उसके अपने देश के हित में होगा। उन्होंने उन आरोपों का जवाब दिया कि भारत मुनाफा कमा रहा है और कहा कि अगर किसी को भारत से तेल नहीं खरीदना, तो न खरीदें, भारत किसी को जबरदस्ती नहीं कर रहा।

इसके अलावा, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के मामलों में किसी भी देश की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने ट्रम्प के दावों को खारिज करते हुए कहा कि दो देशों के बीच बातचीत होना एक आम बात है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि समझौता किसी तीसरे की वजह से हुआ। जयशंकर ने यह भी याद दिलाया कि अमेरिका को पाकिस्तान के साथ अपने पुराने रिश्तों को नहीं भूलना चाहिए, खासकर जब ओसामा बिन लादेन वहां पाया गया था।

उन्होंने ट्रम्प की विदेश नीति को भी अलग बताया और कहा कि यह परंपरागत तरीकों से बहुत अलग है। इससे पहले, ट्रम्प के एक सलाहकार ने भारत पर रूस से सस्ता तेल खरीदकर मुनाफा कमाने का आरोप लगाया था, जिस पर जयशंकर ने अपनी बात रखी।

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