भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर नागरिकों से आह्वान किया है कि वें एक सशक्त और समृद्ध देश बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। संविधान से मिले अधिकारों और सौंपे गए कर्तव्यों का अपने आचरण और व्यवहार में पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ पालन करें। स्वतंत्रता सेनानियों, बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान सभा के सदस्यों के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करे। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि प्रदेश में गण और तंत्र, समान भाव, समर्पण और लगन से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्म-निर्भर भारत की परिकल्पना को मूलमंत्र बनाकर जनसेवा, सुशासन और प्रदेश के चहुमुखी विकास की नई यात्रा में सहभागिता कर रहे हैं। राज्यपाल श्री पटेल भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। आकाश में गुब्बारे छोड़े और परेड की सलामी लेकर निरीक्षण किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परम्परागत लोकनृत्यों और झांकियों की प्रस्तुति का अवलोकन किया। परेड कमांडरों के साथ ग्रुप फोटो भी खिचवाया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के पर्यावरण के लिए नव जागृति की पहल “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान में प्रदेश ने साढ़े 5 करोड़ पौधे लगाकर, जल गंगा संवर्धन अभियान में बढ़-चढ़ कर सहभागिता कर सजग-सक्रिय गणतंत्र का आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश युवाओं, महिलाओं, अन्नदाता किसानों और गरीब वर्ग की समान रूप से उन्नति उनके जीवन को खुशहाल, आसान बनाने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी अधोसंरचना और औद्योगिक क्षेत्र में विकसित प्रदेश के निर्माण के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के “विकसित भारत” के संकल्प के तहत, प्रदेश गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी (GYAN) के सशक्तिकरण पर आधारित चार मुख्य स्तंभों पर कार्य कर रहा है। राज्य सरकार ने इस दिशा में मिशन मोड में कार्य करने के उद्देश्य से गरीब कल्याण मिशन, स्वामी विवेकानन्द युवा शक्ति मिशन, किसान-कल्याण और देवी अहिल्याबाई होल्कर नारी सशक्तिकरण मिशन शुरू किये हैं।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देने के लिए निवेश और औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। मध्यप्रदेश, देश और दुनिया के उद्योग समूहों के लिए निवेश का पसंदीदा डेस्टिनेशन बनकर उभर रहा है। प्रदेश में पहली बार स्थानीय स्तर पर औद्योगिक विकास को बल देते हुए संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किये गये हैं। उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, नर्मदापुरम और शहडोल के कॉन्क्लेव और माइनिंग कॉन्क्लेव आयोजित की गई। प्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब बनाने के लिए सरकार ने यू.के. एवं जर्मनी में रोड शो कर खनिज, सेमी कंडक्टर, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल, नवकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और खाद्य प्र-संस्करण जैसे क्षेत्रों में 78 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। फरवरी-2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की निवेश संभावनाओं को विस्तारित करने के लिए मुम्बई, कोयम्बटूर, बैंगलुरू, कोलकाता और पुणे में रोड शो किये गये हैं। इन सभी प्रयासों से अब तक लगभग 4 लाख 17 हजार करोड़ का निवेश और 4 लाख से अधिक व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।