जनता तक पहुँचे सही सूचना, विश्वसनीयता ही सुशासन का आधार: मुख्य सचिव श्री जैन का ज़िला प्रमुखों को आह्वान

भोपाल: कलेक्टर्स-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के संवाद केंद्रित सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने ज़िला कलेक्टरों और कमिश्नरों से पारदर्शी सूचना प्रसार और सक्रिय जनभागीदारी के माध्यम से सुशासन को मज़बूत करने का आह्वान किया।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि सरकार की विश्वसनीयता सीधे तौर पर शासन की नीतियों और कार्यक्रमों की सही और समायोजित जानकारी जन-सामान्य तक पहुँचाने पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि “जनहित की रक्षा” और “सरकार की छवि बनाए रखने” के लिए जिला प्रशासन को अफवाहों, गलत सूचनाओं और दुष्प्रचार के विरुद्ध तत्काल और निर्णायक कदम उठाने चाहिए।
सक्रिय जनभागीदारी एवं विजन डॉक्यूमेंट:
अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई ने मुख्य सचिव की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में समाजसेवियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों से सतत संपर्क स्थापित कर जन भावनाओं और क्षेत्रीय आवश्यकताओं की जानकारी प्राप्त करें। मुख्यमंत्री की पहल पर बने विधानसभा वार विजन डॉक्यूमेंट के क्रियान्वयन को सभी जिलों को प्राथमिकता देनी होगी।
जनसंपर्क की भूमिका का सुदृढ़ीकरण:
आयुक्त जनसंपर्क श्री दीपक सक्सेना ने बताया कि सकारात्मक जनमत तैयार करने के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल और डिजिटल मीडिया के सभी माध्यमों से योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने मीडिया विश्लेषण से नीतियों में सुधार की संभावना पर भी प्रकाश डाला।
श्री सक्सेना ने कलेक्टर्स को मैदानी स्तर पर शासन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए निर्देश दिए कि वे:
- मीडिया से सतत समन्वय बनाए रखें और नियमित ब्रीफिंग करें।
- स्थानीय संवेदनशील/नकारात्मक समाचारों पर स्वयं संज्ञान लें।
- गलत खबरों का त्वरित खंडन करें और दुष्प्रचार करने वालों के विरुद्ध यथोचित कार्रवाई करें।
अंत में, मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को जनसंपर्क अधिकारी की भूमिका सशक्त करने, सकारात्मक कहानियों का व्यापक प्रसार करने और विभागों के बीच समन्वय के लिए नोडल ऑफिसर नामित करने के निर्देश दिए।



