पेसा कानून में जल, जंगल, जमीन संरक्षण के लिए बैगा, भारिया व सहरिया जनजाति के लिए 1600 करोड़ की स्वीकृति

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी के लिए आन, बान और शान से लड़ने वाले राजा हृदय शाह, राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा और टंट्या मामा ने महान कार्य किया है, जो जल जमीन, जंगल और जमीर की रक्षा के लिए आगे आये हैं। हमारे प्रदेश और देश के जनजातीय महापुरुषों ने हमें गौरवान्वित किया है। हमें गर्व है जनजातीय महापुरुषों के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में खरगोन में क्रांति सूर्य टंट्या मामा विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को मंडला के रामनगर में दो दिवसीय आदि उत्सव को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हृदय शाह द्वारा बनाये गए मोती महल का अवलोकन करते
जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के लिए बैगा, भारिया व सहरिया जनजाति के लिए राशि हुई स्वीकृत
रामनगर में “आदि उत्सव’’ के समापन पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पेसा कानून के तहत जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए शासन द्वारा बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति क्षेत्र के लिए 1600 करोड़ रुपए की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से 2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं उपार्जन किया जा रहा है। किसानों को 5 रुपये में बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। सभी किसानों को सोलर पम्प प्रदान कर बिजली बिल से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। अब प्रदेश का किसान बिजली का उत्पादन भी करेगा, बिजली शासन द्वारा क्रय की जाएगी।
गाय भैंस खरीदने पर 25 प्रतिशत अनुदान
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि म.प्र. में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के किसानों को 25 गाय या भैंस खरीदने पर 25 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। वहीं 200 गाय या भैंस खरीदने पर 50 गाय या भैंस शासन द्वारा दी जाएगी।
आदि उत्सव में हुआ जनजातीय कन्याओं का विवाह आयोजन
आदि उत्सव में 600 कन्याओं का मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत विवाह हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में सभी नव-विवाहित जोड़ों पर पुष्प वर्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत कन्याओं को मिलने वाली 49 हजार रुपये की राशि के चेक भी प्रदान किये।