CM ने ‘संजय’ ऐप किया लॉन्च, सरकार की प्रतिबद्धता के साथ तकनीकी सुधारों पर ज़ोर

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को आर.सी.वी.पी. नरोन्हा अकादमी में सड़क सुरक्षा उपायों पर केंद्रित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने ‘संजय’ नामक एडवांस एप्लीकेशन लॉन्च किया और सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को कम करने के लिए तकनीकी नवाचारों पर ज़ोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में 9 हज़ार किमी राष्ट्रीय राजमार्ग और 11 हज़ार किमी राज्यमार्ग का बड़ा रोड नेटवर्क है। सड़क सुरक्षा के मामले में वर्तमान में देश में पाँचवें स्थान पर होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से नंबर वन राज्य बनने का लक्ष्य रखा।

प्रमुख तकनीकी और नीतिगत कदम:

पहल विवरण
‘संजय’ एप्लीकेशन सड़क सुरक्षा के आधुनिक उपायों पर आधारित एडवांस ऐप का शुभारंभ।
एमओयू (MoU) लोक निर्माण विभाग/एमपीआरडीसी ने आईआईटी मद्रास और सेव लाइफ फाउंडेशन के साथ डेटा एक्सचेंज और सड़क सुरक्षा प्रबंधन पर करार किया।
‘लोकपथ ऐप’ (लोक निर्माण मंत्री द्वारा बताया गया) सड़क क्षति/दुर्घटना की तुरंत सूचना देने और ब्लैक स्पॉट अलर्ट सिस्टम के लिए विकसित ऐप।
ब्लैक स्पॉट सुधार 1041 ब्लैक स्पॉट चिन्हित, लघु अवधि के सुधार पूरे। दीर्घकालिक उपाय लोक निर्माण विभाग द्वारा 2027 और एमपीआरडीसी द्वारा 2028 तक पूर्ण किए जाएंगे।
आपातकालीन प्रतिक्रिया (मुख्य सचिव द्वारा बताया गया) केंद्र सरकार नया इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम शुरू कर रही है, जिसमें दुर्घटना की सूचना तुरंत अस्पताल पहुँचेगी और पहले सात दिनों का इलाज ₹1.5 लाख तक निःशुल्क होगा।

मुख्यमंत्री का आचरण और संस्कृति पर संदेश:

डॉ. यादव ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों का पालन नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक की जिम्मेदारी और सिविक सेंस का विषय है। उन्होंने अपील की कि लोग हेलमेट और सीट बेल्ट को अनिवार्यता मानें और ‘हम सुधरेंगे, तो जग भी सुधरेगा’ के सिद्धांत पर काम करें।

विशेषज्ञों की राय:

  • प्रोफेसर (डॉ.) श्री वेंकटेश बालासुब्रमण्यम (आईआईटी मद्रास) ने कहा कि सड़क सुरक्षा सामाजिक-आर्थिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सटीक डेटा संग्रहण और विभागीय समन्वय को प्रबंधन की कुंजी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जहाँ 93% दुर्घटनाएँ मानवीय त्रुटि से होती हैं, वहीं 7% सड़क ज्यामिति/संकेतकों की कमी से जुड़ी हैं।
  • प्रमुख सचिव श्री सुखवीर सिंह ने कार्यशाला का उद्देश्य “हर मोड़ को सुरक्षित बनाना” बताया और तकनीकी सुधारात्मक कदमों पर ज़ोर दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button