म.प्र. में पर्यटन क्रांति! ₹3665 करोड़ का निवेश, अब हेलीकॉप्टर से घूमेंगे पर्यटक

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट के शुभारंभ पर प्रदेश के पर्यटन को वैश्विक पटल पर मजबूती से स्थापित करने का विजन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में म.प्र. पर्यटन को बढ़ाने के लिए नई नीतियां बना रहा है और यह मार्ट हर साल आयोजित होगा (11 से 13 अक्टूबर)।
पहले दिन की ऐतिहासिक उपलब्धि:
डॉ. यादव ने मार्ट के पहले दिन ही ₹3,665 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिलने की घोषणा की, जिसमें होटल और रिसॉर्ट क्षेत्र में बड़ी रुचि दिखाई गई है। उन्होंने कहा कि 27 देशों की भागीदारी यह साबित करती है कि मध्यप्रदेश की पर्यटन विशेषताएं अब विश्व के समक्ष जीवंत रूप से प्रस्तुत हो रही हैं।
नए आयाम:
- हेल्थ टूरिज्म: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश 13 नए मेडिकल कॉलेज और आयुष्मान कार्ड के माध्यम से एयर एंबुलेंस जैसी सुविधा देकर हेल्थ टूरिज्म में भी गंभीर प्रयास कर रहा है।
- एयर कनेक्टिविटी: प्रदेश में 8 एयरपोर्ट और 230 हेलीपैड हैं, और अब प्लेन के साथ हेलीकॉप्टर सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं ताकि कम समय में अधिक स्थानों तक पहुंचा जा सके।
- फिल्मों का केंद्र: बालाजी टेलीफिल्म्स ने अगले 5 वर्षों में ₹50 करोड़ का निवेश कर फिल्मों और वेब सीरीज के निर्माण का अनुबंध किया है, जो म.प्र. की बेहतरीन फिल्म नीति को दर्शाता है (प्रदेश में अब तक लगभग 300 फिल्मों/वेब सीरीज का निर्माण हुआ है)।
- विरासत और प्रकृति: मुख्यमंत्री ने मांडव, उज्जैन (महाकाल लोक), भीमबेटका, सांची, और खजुराहो जैसी विश्व धरोहरों और नए डॉ. वाकणकर वन्य प्राणी अभ्यारण्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ASI के सहयोग से पुरातत्व स्थलों का विकास किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि म.प्र. ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण सहयोग देगा। मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने बताया कि प्रदेश में 18 उपयोगी नीतियाँ निवेश में मदद कर रही हैं, और म.प्र. पर्यटन विकास की असीम संभावनाओं वाला राज्य है, जो 2028 में सिंहस्थ और वर्ल्ड रोज कन्वेंशन जैसे अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी भी करेगा।



